View Details << Back

विश्व पर्यावरण दिवस पर अद्भुत मीडिया की विशेष रिपोर्ट "प्लास्टिक से सावधान, अपनाएं कुछ समाधान।"

  विश्व पर्यावरण दिवस पर अद्भुत मीडिया की विशेष रिपोर्ट
"प्लास्टिक से सावधान, अपनाएं कुछ समाधान।"


द्वारा: डॉ. श्वेता सिन्हा (क्रिएटिव डायरेक्टर)

कोरलविल, आयोवा - 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य है पर्यावरण की रक्षा हेतु जनमानस में जागरूकता फैलाना। संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा 1972 में इसकी शुरुआत हुई थी। इस विशेष दिवस को मनाने के लिए प्रति वर्ष एक थीम सुनिश्चित की जाती है। वर्ष 2023 की थीम है "प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान" (Solutions to Plastic Pollution).

प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण में प्लास्टिक की वस्तुओं का संचय है। यह एक समस्या है जो हाल के वर्षों में बढ़ रही है क्योंकि प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन और उपयोग तेजी से बढ़ा है। प्लास्टिक प्रदूषण का सबसे आम प्रकार समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण है, जो तब होता है जब प्लास्टिक कचरे को समुद्र में फेंक दिया जाता है। इससे समुद्री जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकते हैं, क्योंकि जानवर प्लास्टिक को निगल सकते हैं या उसमें फंस सकते हैं। समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण एक बड़ी समस्या है क्योंकि समुद्र में प्रवेश करने के बाद इसे साफ करना बहुत मुश्किल होता है।

एक अन्य प्रकार का प्लास्टिक प्रदूषण माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण है। माइक्रोप्लास्टिक्स प्लास्टिक के छोटे टुकड़े होते हैं जिनका उपयोग अक्सर सौंदर्य प्रसाधन और अन्य उत्पादों में किया जाता है। वे पर्यावरण में समाप्त हो सकते हैं, जहां उन्हें जानवरों द्वारा निगला जा सकता है या खाद्य श्रृंखला में प्रवेश किया जा सकता है।

प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर समस्या है क्योंकि यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है और वन्यजीवों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस समस्या को कम करने में मदद करने के लिए प्लास्टिक उत्पादों के अपने उपयोग को कम करना और उनका उचित निपटान करना महत्वपूर्ण है।

"विश्व पर्यावरण दिवस -२०२३" की थीम पर आधारित मेरी एक स्वरचित कविता प्रस्तुत है।

"प्लास्टिक से सावधान, अपनाएं कुछ समाधान।"

पचास वर्ष पहले स्टॉकहोम से मिला एक धरा का संदेश,
प्रथम पर्यावरण दिवस की बैठक थी वह बड़ी विशेष।
मगर स्टॉकहोम से आज कोटडूवॉर यात्रा रही है घुमावदार,
जाने-अनजाने में किए हैं हमने अपनी पृथ्वी संग छेड़छाड़।

हमारी पृथ्वी अब काफी ज्यादा कराह रही है,
सुरक्षा परत ओजोन की निकल आह रही है। प्लास्टिक प्रदूषण का खतरा बन गया भूमंडल नाशक है,
ठोस अवशिष्ट- पॉलिथीन से बनी स्थिति अब नाजुक है।

घुटन में है जल-जीवन डिस्पोजेबल खतरा बढ़ा रहा,
बढ़ता प्लास्टिक घटता जीवन समय पर हमें चेता रहा।
अभी नहीं तो कभी नहीं प्लास्टिक से मोह हटाएं हम,
सिंगल यूज प्लास्टिक को तो कहें अब टाटा-बाय हम।

इस पर्यावरण दिवस पर बस यही विशेष अनुरोध,
जागरूक नागरिक बनकर करें प्लास्टिक का पूर्ण निषेध।
फैला रहा है यह चहुंओर हमारे जहरीली सी आफ़त,
आइए प्रण लें और बदल डालें अपनी कुछ आदत।

एक हीं है हमारी पृथ्वी ना करें इसे जहरीला और मैला,
प्लास्टिक का सुंदर विकल्प चुनें कपड़े-कागज का थैला।
कुल्हड़, दोने- पत्ते और खास बायोप्लास्टिक अपनाएं,
प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाते हैं यह जागरूकता फैलाएं।

लाना है बदलाव अगर तो अग्रणी भूमिका निभानी होंगी,
इससे पहले देर बहुत हो कुछ नई नीतियां लानी होंगी।
नैतिक जिम्मेवारी समझ कर सभी नैतिकता से काम करें,
प्लास्टिक रहित कर इकलौती पृथ्वी का मिलकर हम सम्मान करें।

© डॉ. श्वेता सिन्हा
आयोवा अमेरिका
  ਖਾਸ ਖਬਰਾਂ