View Details << Back

क्या मानसून से पहले पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी? प्रधानमंत्री मोदी के बयान से अटकलें तेज; जानिए तैयारी क्या है.

  पहलगाम आतंकवादी हमले और आतंकवादियों तथा उनके आकाओं को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा दिखाए गए उच्चस्तरीय दृढ़ संकल्प के बाद, सैन्य कार्रवाई के समय को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान 'कार्य बहुत बड़ा है और समय कम है' की भी व्याख्या की जा रही है। पिछले युद्धों के अनुभवों के आधार पर, मानसून के दौरान सैन्य अभियान होने की उम्मीद नहीं है। इसका मतलब यह है कि इसे मानसून से पहले जून तक पूरा करना होगा।

1965 का युद्ध मानसून के मौसम में लड़ा गया था।
स्वतंत्रता के बाद के 78 वर्षों में भारत ने अपना स्वयं का सैन्य अभियान चलाया जिसमें पाकिस्तान पराजित हुआ और बांग्लादेश स्वतंत्र हुआ। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सेना को मार्च में सैन्य अभियान शुरू करने को कहा था, लेकिन तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल माणिक शॉ ने स्पष्ट कर दिया था कि सैन्य तैयारियों और मानसून की जरूरत को देखते हुए इसे नौ महीने बाद ही शुरू करना संभव होगा।

इस संबंध में प्रधानमंत्री के कम समय सीमा संबंधी बयान को देखते हुए सैन्य अभियान के मानसून से पहले पूरा होने की संभावना अधिक प्रतीत होती है। यदि हम पिछले युद्धों पर नजर डालें तो केवल 1965 का युद्ध ही मानसून के मौसम में शुरू हुआ था। यह अगस्त में शुरू हुआ और मानसून के बीच सितम्बर में समाप्त हुआ। इसमें पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा।
  ਖਾਸ ਖਬਰਾਂ