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नेपाल से भागे...भारत में फंसे; एसएसबी ने जेल से भागे 30 कैदियों को पकड़ा; 7 जिलों में हाई अलर्ट

  नेपाल में जारी हिंसा और अशांति को देखते हुए, सशस्त्र सीमा बल और पुलिस की टीमें बिहार से सटे सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी रख रही हैं। नेपाल से अवैध रूप से बिहार की सीमा में प्रवेश करने वालों की भी धरपकड़ की जा रही है।

बुधवार को, एसएसबी ने बिहार के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों और चौकियों से नेपाल की जेल से भागे लगभग 30 कैदियों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस टीमें एसएसबी के साथ मिलकर पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में संयुक्त रूप से गश्त कर रही हैं। बिहार के इन जिलों में हाई अलर्ट है।

मुख्य सचिव ने नेपाल हिंसा की समीक्षा की, सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए

नेपाल में जेन-जेड आंदोलन और जेल ब्रेक की घटनाओं को देखते हुए, सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को डीजीपी विनय कुमार की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेपाल की सीमा से लगे सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक का उद्देश्य नेपाल में हाल की घटनाओं से उत्पन्न संभावित चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटना था। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

उन्होंने विशेष रूप से सीमा पार से बिहार में प्रवेश करने वाले सभी लोगों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति को बिहार में प्रवेश न करने दिया जाए।

मुख्य सचिव ने राज्य के प्रतिष्ठित संस्थानों और महत्वपूर्ण संरचनाओं जैसे पुल, रेलवे स्टेशन, बिजली संयंत्र, सड़क आदि पर कड़ी निगरानी रखने को कहा, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत रोका जा सके। बैठक के दौरान, प्रत्यय अमृत ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि किसी भी आपात स्थिति या अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होने पर वे सीधे मुख्य सचिव या पुलिस महानिदेशक विनय कुमार से संपर्क कर सकते हैं।

इस निर्देश से अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने और किसी भी स्थिति में देरी से बचने में मदद मिलेगी। बैठक में डीजीपी विनय कुमार के अलावा अपर पुलिस महानिदेशक कुंदन कृष्णन भी मौजूद थे। इसके अलावा गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सभी प्रमंडलीय आयुक्त भी मौजूद थे।
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